tag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post2682414728846797557..comments2023-10-29T19:13:19.184+05:30Comments on अनामिका की सदायें ...: तुम्हारी खुशबू ...अनामिका की सदायें ......http://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comBlogger63125tag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-65096646564012939422010-07-06T23:17:46.010+05:302010-07-06T23:17:46.010+05:30prem ko kis tarah aapne apani saans saans men basa...prem ko kis tarah aapne apani saans saans men basaa liya hai aur usako qatara qatra jee gayin hain .....utkrisht rachnaaप्रज्ञा पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/03650185899194059577noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-21997305177187749932010-06-30T20:00:38.866+05:302010-06-30T20:00:38.866+05:30बस एक बात कहती हूँ
कि मेरे ह्रदय में..
तुम जैसा ना...बस एक बात कहती हूँ<br />कि मेरे ह्रदय में..<br />तुम जैसा ना आया कभी<br />और तुम जा सकते नहीं .<br /><br />मेरी सांसो की खुशबू में<br />बसे हो तुम<br />और इन सांसो को<br />मैं तो मिटा नहीं सकती.<br /><br />बहुत ही मार्मिकता से दिल में छिपे दर्द को शब्दों में प्रस्तुत किया है ...दिल को छु गई आप कि ये रचना ...समझ सकती हू आप के दिल कि व्यथा ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02593531400786575222noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-32655219476875827352010-06-29T22:07:46.660+05:302010-06-29T22:07:46.660+05:30sunder abhivyakti hai ji...sunder abhivyakti hai ji...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-38082072318965655462010-06-29T22:07:46.661+05:302010-06-29T22:07:46.661+05:30sunder abhivyakti hai ji...sunder abhivyakti hai ji...manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-60243921151110426112010-06-24T16:12:18.318+05:302010-06-24T16:12:18.318+05:30बहुत सुंदर है आपकी रचना, हार्दिक बधाई।
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क...बहुत सुंदर है आपकी रचना, हार्दिक बधाई।<br />---------<br />क्या आप बता सकते हैं कि इंसान और साँप में कौन ज़्यादा ज़हरीला होता है? <br />अगर हाँ, तो फिर चले आइए <a href="http://ss.samwaad.com/" rel="nofollow"> रहस्य और रोमाँच से भरी एक नवीन दुनिया </a> में आपका स्वागत है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-47769134562424956712010-06-20T11:37:26.856+05:302010-06-20T11:37:26.856+05:30जिन्दा लोगों की तलाश! मर्जी आपकी, आग्रह हमारा!!
क...जिन्दा लोगों की तलाश! मर्जी आपकी, आग्रह हमारा!!<br /><br />काले अंग्रेजों के विरुद्ध जारी संघर्ष को आगे बढाने के लिये, यह टिप्पणी प्रदर्शित होती रहे, आपका इतना सहयोग मिल सके तो भी कम नहीं होगा।<br />=================================<br /><br />उक्त शीर्षक पढकर अटपटा जरूर लग रहा होगा, लेकिन सच में इस देश को कुछ जिन्दा लोगों की तलाश है। सागर की तलाश में हम सिर्फ सिर्फ बूंद मात्र हैं, लेकिन सागर बूंद को नकार नहीं सकता। बूंद के बिना सागर को कोई फर्क नहीं पडता हो, लेकिन बूंद का सागर के बिना कोई अस्तित्व नहीं है।<br /><br />आग्रह है कि बूंद से सागर में मिलन की दुरूह राह में आप सहित प्रत्येक संवेदनशील व्यक्ति का सहयोग जरूरी है। यदि यह टिप्पणी प्रदर्शित होगी तो निश्चय ही विचार की यात्रा में आप भी सारथी बन जायेंगे।<br /><br />हम ऐसे कुछ जिन्दा लोगों की तलाश में हैं, जिनके दिल में भगत सिंह जैसा जज्बा तो हो, लेकिन इस जज्बे की आग से अपने आपको जलने से बचाने की समझ भी हो, क्योंकि जोश में भगत सिंह ने यही नासमझी की थी। जिसका दुःख आने वाली पीढियों को सदैव सताता रहेगा। गौरे अंग्रेजों के खिलाफ भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस, असफाकउल्लाह खाँ, चन्द्र शेखर आजाद जैसे असंख्य आजादी के दीवानों की भांति अलख जगाने वाले समर्पित और जिन्दादिल लोगों की आज के काले अंग्रेजों के आतंक के खिलाफ बुद्धिमतापूर्ण तरीके से लडने हेतु तलाश है।<br /><br />इस देश में कानून का संरक्षण प्राप्त गुण्डों का राज कायम हो चुका है। सरकार द्वारा देश का विकास एवं उत्थान करने व जवाबदेह प्रशासनिक ढांचा खडा करने के लिये, हमसे हजारों तरीकों से टेक्स वूसला जाता है, लेकिन राजनेताओं के साथ-साथ अफसरशाही ने इस देश को खोखला और लोकतन्त्र को पंगु बना दिया गया है।<br /><br />अफसर, जिन्हें संविधान में लोक सेवक (जनता के नौकर) कहा गया है, हकीकत में जनता के स्वामी बन बैठे हैं। सरकारी धन को डकारना और जनता पर अत्याचार करना इन्होंने कानूनी अधिकार समझ लिया है। कुछ स्वार्थी लोग इनका साथ देकर देश की अस्सी प्रतिशत जनता का कदम-कदम पर शोषण एवं तिरस्कार कर रहे हैं।<br /><br />अतः हमें समझना होगा कि आज देश में भूख, चोरी, डकैती, मिलावट, जासूसी, नक्सलवाद, कालाबाजारी, मंहगाई आदि जो कुछ भी गैर-कानूनी ताण्डव हो रहा है, उसका सबसे बडा कारण है, भ्रष्ट एवं बेलगाम अफसरशाही द्वारा सत्ता का मनमाना दुरुपयोग करके भी कानून के शिकंजे बच निकलना।<br /><br />शहीद-ए-आजम भगत सिंह के आदर्शों को सामने रखकर 1993 में स्थापित-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)-के 17 राज्यों में सेवारत 4300 से अधिक रजिस्टर्ड आजीवन सदस्यों की ओर से दूसरा सवाल-<br /><br />सरकारी कुर्सी पर बैठकर, भेदभाव, मनमानी, भ्रष्टाचार, अत्याचार, शोषण और गैर-कानूनी काम करने वाले लोक सेवकों को भारतीय दण्ड विधानों के तहत कठोर सजा नहीं मिलने के कारण आम व्यक्ति की प्रगति में रुकावट एवं देश की एकता, शान्ति, सम्प्रभुता और धर्म-निरपेक्षता को लगातार खतरा पैदा हो रहा है! हम हमारे इन नौकरों (लोक सेवकों) को यों हीं कब तक सहते रहेंगे?<br /><br />जो भी व्यक्ति स्वेच्छा से इस जनान्दोलन से जुडना चाहें, उसका स्वागत है और निःशुल्क सदस्यता फार्म प्राप्ति हेतु लिखें :-<br />डॉ. पुरुषोत्तम मीणा, राष्ट्रीय अध्यक्ष<br />भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)<br />राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यालय<br />7, तँवर कॉलोनी, खातीपुरा रोड, जयपुर-302006 (राजस्थान)<br />फोन : 0141-2222225 (सायं : 7 से 8) मो. 098285-02666<br />E-mail : dr.purushottammeena@yahoo.inभारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/12363266787410149792noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-23197996418461717702010-06-18T19:54:00.673+05:302010-06-18T19:54:00.673+05:30अच्छी कविताअच्छी कविताहरीश कुमार तेवतियाhttps://www.blogger.com/profile/13866745307082439265noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-88205495727598457892010-06-16T21:36:26.599+05:302010-06-16T21:36:26.599+05:30प्रभावशाली कविता।
(आईये एक आध्यात्मिक लेख पढें .....प्रभावशाली कविता।<br /><br />(आईये एक आध्यात्मिक लेख पढें .... मैं कौन हूं।)आचार्य उदयhttps://www.blogger.com/profile/05680266436473549689noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-40157218379997781332010-06-15T20:50:56.515+05:302010-06-15T20:50:56.515+05:30प्रेम अपने सहज रूप में ऐसा ही होता है.प्रेम अपने सहज रूप में ऐसा ही होता है.कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-65313414947224233872010-06-14T14:44:14.224+05:302010-06-14T14:44:14.224+05:30बहुत अच्छी कविता .. बहुत पसंद आई.बहुत अच्छी कविता .. बहुत पसंद आई.Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-82435179850903470572010-06-13T08:16:47.464+05:302010-06-13T08:16:47.464+05:30दिल से निकली कविता इसे ही कहते हैं...दिल से निकली कविता इसे ही कहते हैं...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-31346011207120285022010-06-12T21:21:51.322+05:302010-06-12T21:21:51.322+05:30Khooobsurat Kavita......Wah..Khooobsurat Kavita......Wah..योगेन्द्र मौदगिलhttps://www.blogger.com/profile/14778289379036332242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-64148126315495836562010-06-11T23:57:06.850+05:302010-06-11T23:57:06.850+05:30अच्छी प्रेम कविता ।अच्छी प्रेम कविता ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-13519016248849364162010-06-11T23:48:35.786+05:302010-06-11T23:48:35.786+05:30dd
bahut sunder rachna hai....
acha laga apka blo...dd<br /><br />bahut sunder rachna hai....<br />acha laga apka blog dekh kargyaneshwaari singhhttps://www.blogger.com/profile/16752930608738766658noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-64492468332388335382010-06-11T10:57:05.446+05:302010-06-11T10:57:05.446+05:30बहुत भावपूर्ण रचना के लिए बधाई |
आशाबहुत भावपूर्ण रचना के लिए बधाई |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-86114731281441695322010-06-11T08:37:26.843+05:302010-06-11T08:37:26.843+05:30सदैव तुमने मुझे
परीक्षा की नजरों से देखा
गुणों की ...सदैव तुमने मुझे<br />परीक्षा की नजरों से देखा<br />गुणों की कसौटी पर<br />सदा परखते हुए देखा.<br />ये नारी की तकदीर है कि हमेशा उसे ही अपनी प्रीक्षा देनी होती है मर्म्स्पर्शी कविता है बधाईनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-22568933443767792462010-06-10T17:09:30.412+05:302010-06-10T17:09:30.412+05:30क्षमा करें आज फुर्सत मिली...पद्य और गद्य आपके सारे...क्षमा करें आज फुर्सत मिली...पद्य और गद्य आपके सारे पढ़े.साफ़ शब्दों में अगर कहूँ कि आपके पास अनुभव है और कहने की कोशिश भी कहीं-कहीं सार्थक लगती है.लेकिन थोड़ा और अभ्यास करें तो निश्चित ही लेखन में और प्रभाव और निखार आ जाए.कुछ पंक्तियाँ मन को छू जाती हैं, ये आपकी सफलता है.<br />एक आग्रह कि आर्तनाद भले घोर आक्रान्त करे मुस्कान कायम रखें...<br /><br />मेरे सुझाव को अन्यथा हरगिज़ न लें..लगा कुछ सुझाव भी ज़रूरी है..شہروزhttps://www.blogger.com/profile/02215125834694758270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-73849286012339545392010-06-10T08:54:20.222+05:302010-06-10T08:54:20.222+05:30ek shabd me kahun...khubsuratek shabd me kahun...khubsuratAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-3465121153430398652010-06-10T07:40:17.580+05:302010-06-10T07:40:17.580+05:30bahut hi bhavpurn ek ehsaas bhari rachana..uttam r...bahut hi bhavpurn ek ehsaas bhari rachana..uttam rachana ke liye badhai..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-35467273482501085992010-06-09T23:30:52.857+05:302010-06-09T23:30:52.857+05:30एक पावन एहसास दिलाती पोस्टएक पावन एहसास दिलाती पोस्टबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-63217862726023245832010-06-09T10:00:08.277+05:302010-06-09T10:00:08.277+05:30नारी मनोविज्ञान
क्या तुमने जाना नहीं था ?
कि परीक्...नारी मनोविज्ञान<br />क्या तुमने जाना नहीं था ?<br />कि परीक्षक नहीं<br />प्रेम मयी ह्रदय ही<br />मेरे मन ने चाहा था.<br />"very touching expressions"<br />regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-71845933754554543952010-06-09T04:50:29.602+05:302010-06-09T04:50:29.602+05:30बहुत मर्मस्पर्शी रचना ..प्रशंसनीयबहुत मर्मस्पर्शी रचना ..प्रशंसनीयपवन धीमानhttps://www.blogger.com/profile/13856945026319860927noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-27093025762244834712010-06-09T04:47:04.890+05:302010-06-09T04:47:04.890+05:30आईये जानें … सफ़लता का मूल मंत्र।
आचार्य जीआईये जानें … सफ़लता का मूल मंत्र।<br /><br />आचार्य जीआचार्य उदयhttps://www.blogger.com/profile/05680266436473549689noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-55708088862831953272010-06-08T23:08:54.743+05:302010-06-08T23:08:54.743+05:30कभी प्रेम की आँखों के..
प्रेमाभाव दिखाओ प्रिये
आसक...कभी प्रेम की आँखों के..<br />प्रेमाभाव दिखाओ प्रिये<br />आसक्ति के फूल<br />बरसाओ प्रिये ...<br /><br />मेरी सोचो को<br />गंगा की पवित्रता<br />सी नजर से<br />नहलाओ प्रिये<br />देर से आने के लिए माफ़ी चाहूंगी पर क्या बात है !!! आज बहुत कुछ बदला सा है क्या भाषा, क्या प्रेम प्रवाह है.बस कुछ मत पूंछो अब !!!!!!!!!??????????रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3006778675527368075.post-74481326914068715802010-06-08T19:41:38.422+05:302010-06-08T19:41:38.422+05:30मेरी सांसो की खुशबू में
बसे हो तुम
और इन सांसो को
...मेरी सांसो की खुशबू में<br />बसे हो तुम<br />और इन सांसो को<br />मैं तो मिटा नहीं सकती<br />prem ki chaashni me pagi rachna...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.com