मंगलवार, 1 मई 2012

वो लफ्ज़ दोहरा दो....









बीते हुए लम्हों को 
इक बार लौटा दो,
फिर से पूरी रात
वो लफ्ज़ दोहरा दो..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!


दिल की बातों को 
पढ़ लेना और...
'जान'  कह...
ढेरों प्यार कर कहना...
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!


वो  तुम्हारा 
हिज्र की रातों में

फूट कर रोना और कहना..

कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!



गुजरी रातों पे आज 
नए वादों की ख्वाहिश है ..
बस एक बार फिर से कह दो...
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!




अगर हम हसरतों की 

कब्र में दफ़न हो जाएँ...

तो यह कब्रों पर लिखवा देना..

कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!



38 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बस यही सुनने की प्यास है..

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

अगर हम हसरतों की
कब्र में दफ़न हो जाएँ...
तो यह कब्रों पर लिखवा देना..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!

बहुत सुंदर प्रस्तुति,..बेहतरीन

MY RESENT POST .....आगे कोई मोड नही ....

Ayodhya Prasad ने कहा…

बहुत अच्छा लगा पढकर !

 मैंने सिर्फ इशारा किया

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

खूबसूरत ख़्वाहिश ....

Rajesh Kumari ने कहा…

मन की गहराइयों से निकले शब्द प्यार की चाह कौन नहीं चाहता ...बहुत सुन्दर्भावाभिव्यक्ति

***Punam*** ने कहा…

अल्लाह आपकी हसरत पूरी करे....
आमीन....!

***Punam*** ने कहा…

अल्लाह आपकी हसरत पूरी करे....
आमीन....!

रश्मि प्रभा... ने कहा…

बीते हुए लम्हों को
इक बार लौटा दो,
फिर से पूरी रात
वो लफ्ज़ दोहरा दो..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!
वाह , बहुत ही बढ़िया

Sadhana Vaid ने कहा…

अगर हमारे कहने से काम चल जाये तो लो जी हम तो कहे देते हैं कि आपसे बहुत प्यार करते हैं ! हा हा ! कोमल भावनाओं से ओतप्रोत बहुत ही सुन्दर रचना ! बहुत अच्छी लगी !

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

गुजरी रातों पे आज
नए वादों की ख्वाहिश है ..
बस एक बार फिर से कह दो...
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!


मन को छू लेने वाली रचना...

मनोज कुमार ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

अरे फ़िक्र किस बात की है.............

एक बार कहा है तो बार बार कहेंगे..................
सौ बार कहेंगे...................

कहते रहेंगे.............

:-)

अनु

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

अरे फ़िक्र किस बात की है.............

एक बार कहा है तो बार बार कहेंगे..................
सौ बार कहेंगे...................

कहते रहेंगे.............

:-)

अनु

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

komal bhavo kovykt karati bahut sundar rachana....

बेनामी ने कहा…

waah bahut khoob

बेनामी ने कहा…

waah bahut khoob

सदा ने कहा…

बहुत ही नाज़ुक अहसास ... समेटे हुए अनुपम भाव

कल 02/05/2012 को आपकी इस पोस्‍ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.

आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!


...'' स्‍मृति की एक बूंद मेरे काँधे पे '' ...

sangita ने कहा…

प्यार रूहानी एहसास है जो महसूस किया तो जा सकता है
,बयाँ नहीं किया जा सकता |सुन्दर नज्म लिखी है आपने |बधाई |

M VERMA ने कहा…

मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!

कथन से परे होगा शायद .. या शायद रूहानी

विभूति" ने कहा…

बीते हुए लम्हों को
इक बार लौटा दो,
फिर से पूरी रात
वो लफ्ज़ दोहरा दो..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!मन के भावो को शब्दों में उतर दिया आपने.... बहुत खुबसूरत.....

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

वाह बहुत खूब ....

Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" ने कहा…

dil kee hasrat da jabab nahi hai ..behtarin..sadar badhayee aaur amantran ke sath

मनोज कुमार ने कहा…

ये एक ऐसा विरह गीत है जिसमें आध्यात्मिक अनुभूति है .. जैसे मानों कृष्ण के विरह में गोपियां जमुना तट पर उनकी बाट जोह रही हों और फिर से उन क्षणों को वापस पाने की हसरत रखती हों ..

Sunil Kumar ने कहा…

खूबसूरत ख़्वाहिश ..

Asha Joglekar ने कहा…

हर औरत बार बार यही सुनना चाहती है ।
कोमल भावों की नाजुक सी कविता ।

Kailash Sharma ने कहा…

अगर हम हसरतों की
कब्र में दफ़न हो जाएँ...
तो यह कब्रों पर लिखवा देना..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!

बहुत खूब ! बहुत सुंदर भावमयी रचना...

दिगम्बर नासवा ने कहा…

अगर हम हसरतों की
कब्र में दफ़न हो जाएँ...
तो यह कब्रों पर लिखवा देना..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..

वाह ... बहुत खूब ... शायद इसी बहाने वो मिलने तो आयें ...

कुमार राधारमण ने कहा…

प्यार को प्यार के सिवा और चाहिए भी क्या।

mridula pradhan ने कहा…

bhawbhini......

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

गुजरी रातों पे आज
नए वादों की ख्वाहिश है .. बस एक बार फिर से कह दो... कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!
बहुत सुंदर सार्थक अभिव्यक्ति // बेहतरीन रचना //


MY RECENT POST ....काव्यान्जलि ....:ऐसे रात गुजारी हमने.....

Satish Saxena ने कहा…

सबसे मनभावन शब्द ...
शुभकामनायें आपको !

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) ने कहा…

सुंदर मनुहार

प्रेम सरोवर ने कहा…

अगर हम हसरतों की
कब्र में दफ़न हो जाएँ...
तो यह कब्रों पर लिखवा देना..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!

बहुत ही मार्मिक एवं सम्मोहित करती आपकी यह कविता एवं इसके शब्द मन के सतरंगी भावों को झंकृत कर गए । उपर्युक्त पक्तियों के आलोक में यही कहूँगा कि हसरतों के कब्र पर दीवा जलाना कब मना है । इसी प्रसंग में मैंने अपने पोस्ट पर प्रस्तुत किया है हरिवंश राय बच्चन की कविता - है अंधेरी रात पर दीवा जलाना कब मना है । आशा है आप अपनी हदयस्पर्शी प्रतिक्रिया से इसे सजाने सवांरने का कार्य अवश्य कीजिएगा । धन्यवाद सहित ।

लोकेन्द्र सिंह ने कहा…

वो तुम्हारा
हिज्र की रातों में
फूट कर रोना और कहना..
कि मुझसे बहुत प्यार करते हो..!!
बहुत बढ़िया....

Sawai Singh Rajpurohit ने कहा…

खूबसूरत रचना ...बहुत बढ़िया प्रस्तुति.

पूनम श्रीवास्तव ने कहा…

chahton ka andaaz nirala
dil ko kahin chho gaya
ya sach kahun to beete hue
lamhon ki fir yaad dila gaya----
bahut hi badhiya
poonam

Satish Saxena ने कहा…

पापा को भी प्यार चाहिए ....
:-))

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

बहुत खूब....